लोकसभा चुनावों में मंडी से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे आश्रय शर्मा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजरों में मंडी के सांसद राम स्वरूप शर्मा की कोई वैल्यू नहीं है। क्योंकि बीती 3 अक्तूबर को जब प्रधानमंत्री मंडी संसदीय क्षेत्र के दौरे पर आए तो उन्होंने मंच से एक बार भी स्थानीय सांसद का जिक्र तक नहीं किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतांग टनल के उदघाटन पर तीन बार अपना संबोधन दिया। तीनों संबोधनों में मंच पर उनके साथ सांसद राम स्वरूप शर्मा भी मौजूद रहे, लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने संबोधनों में एक बार भी सांसद राम स्वरूप शर्मा का नाम तक लेना उचित नहीं समझा।
इससे स्पष्ट होता है कि सांसद राम स्वरूप शर्मा की वैल्यू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजरों में है ही नहीं। देश भर से जो सांसद चुनकर लोकसभा में पहुंचते हैं, उन्हीं के चुनाव से देश के प्रधानमंत्री का चयन होता है। ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि देश का प्रधानमंत्री जिस संसदीय क्षेत्र में जाए और वहां पर अपनी ही पार्टी के चुने हुए सांसद को पूरी तरह से दरकिनार कर दे। वर्ष 2019 में जब लोकसभा के चुनाव हुए थे तो उस वक्त नरेंद्र मोदी मंडी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने यहां आए थे। उस वक्त भी नरेंद्र मोदी ने भरी जनसभा में सांसद का जिक्र तक नहीं किया था और अपने लिए समर्थन मांगकर चले गए थे।
भाजपा की लहर में सांसद राम स्वरूप शर्मा भारी मतों से जीतकर संसद तो पहुंच गए। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साबित कर दिया कि उनकी पार्टी के सांसद महोदय इस लायक नहीं कि वह मंच से उनका जिक्र तक कर सकें। यहां तक कि उसी मंच पर हमीरपुर के सांसद केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद थे और प्रधानमंत्री ने तीनों बार उनका जिक्र किया।