हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक परीक्षा 2020 में 8 कोरोना संक्रमित अभ्यर्थियों ने भी हिस्सा लेकर हौंसले का परिचय दिया। संभव है कि देश में अब तक ऐसा पहले नहीं हुआ होगा जब किसी राज्य की प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में कोरोना संक्रमितों ने भी हिस्सा लिया हो।
हालांकि आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं है कि देश के किसी हिस्से में स्टेट प्रशासनिक सेवा परीक्षा में पहले ऐसी व्यवस्था हुई है या नहीं। अलबत्ता जानकारी के मुताबिक बिलासपुर,चंबा, कुल्लू में एक-एक अभ्यर्थी ने परीक्षा में हिस्सा लिया, जबकि सोलन व शिमला में क्रमशः 2 और 3 कोरोना संक्रमित अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा को दिया।
हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने कोविड-19 केंद्रों में ही संक्रमितों के लिए परीक्षा की व्यवस्था की थी। जहां वह उपचाराधीन थे, वहीं परीक्षा आयोजित हुई। इसके लिए आयोग द्वारा विशेष व्यवस्था की गई थी। आठ संक्रमितों के अलावा पांच ऐसे भी उम्मीदवार थे, जिन्होंने क्वारंटाइन सेंटर में ही परीक्षा में हिस्सा लिया। यह संख्या कांगड़ा में 1 थी, जबकि शिमला में 4 की थी।
जानकारी के मुताबिक आयोग को इस परीक्षा के लिए 48,375 आवेदन प्राप्त हुए थे। इसमें से लगभग 24,816 ने परीक्षा में हिस्सा लिया। परीक्षा में हिस्सा लेने वालों की प्रतिशतता 49.4 फ़ीसदी के आसपास रही। आयोग ने दो सत्रों में परीक्षा को आयोजित करने का फैसला लिया था। पहला सत्र सुबह 10 से 12 बजे आयोजित हुआ, जबकि दूसरा सत्र दोपहर 2 से 4 के बीच आयोजित किया गया। सुबह के सत्र में जहां 51.3 प्रतिशत उम्मीदवार परीक्षा देने पहुंचे थे, वही दूसरे सत्र में 1 से 2 प्रतिशत की गिरावट हुई।
आयोग की संयुक्त सचिव व परीक्षा नियंत्रक एकता कापटा ने कहा कि परीक्षा का संचालन शांतिपूर्ण तरीके से हुआ है। उन्होंने कहा कि 8 कोरोना पॉजिटिव अभ्यार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। इसके लिए बाक़ायदा एसओपी तैयार हुई थी। उधर हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव आशुतोष गर्ग ने कहा कि यह बताना तो मुश्किल है कि देश में पहले भी कहीं कोरोना संक्रमितों के लिए प्रशासनिक सेवा परीक्षा आयोजित हुई है या नहीं। अलबत्ता इतना जरूर है कि हिमाचल में इस तरह की कोशिश पहली बार हुई है। एक सवाल के जवाब में सचिव ने कहा कि कोरोना का असर परीक्षा पर नहीं पड़ा। अमूमन परीक्षा में हिस्सा लेने वालों की प्रतिशतता (Percentage) इतनी ही रहती है।