दिनांक 14 सितम्बर 2020 को दिनेश कुमार कपिला, मुख्य महाप्रबंधक की अध्यक्षता में हिन्दी दिवस समारोह और हिन्दी प्रतियोगिताओं के विजेताओं हेतु पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में श्री सुधांशु के के मिश्रा, महाप्रबंधक, सभी वरिष्ठ अधिकारी, श्री प्रदीप कुमार, सहायक जन संपर्क अधिकारी और समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
समारोह में संजय सूद, जिला जन संपर्क अधिकारी बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे जो विगत 36 वर्षों से रंगकर्म में सक्रिय, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली तथा अन्य संस्थाओं से सम्बद्ध होकर हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ देश के अन्य भागों में रंगकर्म कार्यशालाओं का आयोजन कर रंगकर्म के विस्तार के लिए कार्य कर रहे हैं। लगभग 30 से अधिक नाटकों का निर्देशन व लगभग 60 नाटकों में मुख्य भूमिका अभिनित की। देश की विविध पत्रिकाओं में सांस्कृतिक लेख व नाट्य समीक्षाएं प्रकाशित, दि ट्रिब्यून (हिन्दी) समाचार पत्र में निरंतर छः वर्ष तक सांस्कृतिक प्रतिनिधि के रूप में स्तम्भ व आलेख प्रकाशित हुए। इसके अतिरिक्त अन्य पत्र-पत्रिकाओं के लिए सफलता की कहानियां व अन्य आलेख लेखन का अनुभव।
थ्री इडियट (अमीर खान) व मैं ऐसा ही हूं (अजय देवगन) फिल्म में मुख्य चरित्र की भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त अन्य करीब 10 बड़ी फिल्मों में अभिनय किया है। आकाशवाणी शिमला व दूरदर्शन से उद्घोषक, समाचार वाचक तथा नाटक के नैमेतिक कलाकार के रूप में कार्य करने का गौरव प्राप्त है। दूरदर्शन शिमला, चण्डीगढ़ व दिल्ली द्वारा निर्मित विभिन्न टेली फिल्मों में अभिनय तथा आकाशवाणी शिमला के लगभग 150 नाटकों में अभिनय का अनुभव।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के ग्रुप 4 नाटक विधा तथा युवा सेवा एवं खेल विभाग के राज्य स्तरीय गीत-संगीत नाटक प्रतियोगिता के लिए निर्णायक मण्डल सूची में सम्मिलित। इसके अतिरिक्त अमर उजाला नागरिक सम्मान, अभिसारिका जमशेदपुर द्वारा आयोजित नाट्य प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर अभिनय के लिए सम्मान प्राप्त है। वर्तमान में जिला लोक सम्पर्क अधिकारी शिमला के पद पर आसीन।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक डी के कपिला ने नाबार्ड के अध्यक्ष महोदय का संदेश पढ़ा और सभी स्टाफ सदस्यों को अपना काम अधिक से अधिक सरल हिन्दी में करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें हिन्दी के अतिरिक्त अन्य भारतीय भाषाओं का भी समान रूप से सम्मान करना चाहिए। उन्होंने बताया कि हमारी सभी पीएलपी और निरीक्षण रिपोर्ट प्रत्येक वर्ष हिन्दी में तैयार की जाती हैं और 2015 से हमें लगातार हिन्दी में अच्छे काम करने के लिए राजभाषा शील्ड प्राप्त हो रही है। इसके अतिरिक्त हमें नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (एसजेवीएन), शिमला से 2019 में द्वितीय स्थान के साथ राजभाषा शील्ड प्राप्त हुई है।
सुधांशु के के मिश्रा, महाप्रबंधक ने माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी का संदेश पढ़ा और उन्होंने स्टाफ सदस्यों के समक्ष अपने विचार रखते हुए कहा कि हिन्दी आम जन की भाषा है और किसान और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं हिन्दी और क्षेत्रीय भाषा ही अधिक समझती हैं इसलिए नाबार्ड के अधिकारी/कर्मचारी होने के नाते हमारी ज़िम्मेदारी बनती है कि हम उनसे हिन्दी और क्षेत्रीय भाषा में ही बातचीत करें और नाबार्ड की सभी योजनाओं के ब्रोशर हिन्दी में तैयार किए जाएँ।
उन्होंने बताया कि हमारे क्षेत्रीय कार्यालय की हिन्दी के काम-काज की स्थिति बहुत अच्छी है और हमें इस बहतर स्थिति को भविष्य में भी कायम रखना है। समस्त वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस अवसर पर अपने उदगार व्यक्त करते हुए हिन्दी भाषा की विशेषताओं पर प्रकाश डाला और स्टाफ सदस्यों को हिन्दी भाषा में अधिक से अधिक काम-काज करने पर बल दिया। इस अवसर पर श्री अमृत कुमार बरनवाल ने स्वरचित कविता पाठ से समारोह को चार चाँद लगाए।
इस अवसर पर संजय सूद ने कहा कि हमें हिन्दी में बोलते हुए गर्व करना चाहिए क्यों कि यह हमारी राजभाषा होने के साथ-साथ हमारे राष्ट्र की भाषा भी है और देश की अधिकतर जनता हिन्दी भाषा को बोलती, पढ़ती और समझती हैं। उन्होंने कहा कि हमें हिन्दी भाषा में अधिक से अधिक काम करना चाहिए और सभी औपचारिक बैठकों में भी हिन्दी में ही चर्चा करनी चाहिए और वो दिन दूर नहीं जब हमें हिंदुस्तान में हिन्दी दिवस मनाने की जरूरत नहीं पढ़ेगी।