प्रदेश में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 90 हो गई है। शनिवार को 41 और लोगों की मौत हो गई। इनमें से 37 तरनतारन, एक अमृतसर और तीन बटाला के रहने वाले थे। इस मामले में पंजाब पुलिस ने शनिवार को प्रदेश में करीब 100 जगह छापामारी कर जहरीली शराब के लिए अल्कोहल सप्लाई वाले नेटवर्क को ब्रेक कर दिया है।
शराब बनाने के लिए अल्कोहल जिला पटियाला के ढाबों से तरनतारन पहुंचाया जाता था। तीन ढाबों को सील कर दिया गया है। सारा दिन चली पुलिस छापामारी की कार्रवाई के बाद पटियाला, अमृतसर, गुरदासपुर व तरनतारन से 17 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को भी आठ आरोपित पकड़े गए थे।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार प्रमुख आरोपितों में बटाला की महिला किंगपिन दर्शन रानी ऊर्फ फौजण और जंडियाला का रहने वाले मास्टरमाइंड गोविंदरबीर सिंह ऊर्फ गोबिंदा शामिल हैं। गोबिंदा तरनतारन से अमृतसर ग्रामीण क्षेत्र में शराब सप्लाई कर रहा था। तरनतारन पुलिस को वांछित आजाद ट्रांसपोर्ट के मालिक प्रेम सिंह और भिंदा को भी राजपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि नकली शराब बनाने के लिए शराब फैक्टियों को जाने वाले अल्कोहल और स्प्रिट को जिला पटियाला के ढाबों पर उतारा जाता था। इसके बाद अमृतसर और तरनतारन में इसकी सप्लाई दी जाती थी। बनूड़ के पास पिछले दिनों पकड़ी गई अवैध शराब फैक्ट्री के मामले में आरोपित भिंदा और बनूड़ के पास स्थित गांव थूहा के रहने वाले बिट्टू इस काम में शामिल थे। वह ही अल्कोहल तरनतारन और आसपास के क्षेत्रों में देते थे।