कोरोना काल में यूजी-पीजी की फाइनल परीक्षाओं को लेकर एमडीयू ने नरम रवैया अख्तियार किया है। अभी तक स्टूडेंट्स ने ऑनलाइन व ऑफलाइन के विकल्प लिए जाने के बाद अब स्टूडेंट्स को एक और मौका दिया है कि वे अपनी कोरोना जैसी बीमारी से संक्रमित होने व कमजोर इंटरनेट के चलते अपने विकल्प को बदल सकता है। इसके लिए स्टूडेंट्स को अपने कॉलेज प्रिंसीपल या विभाग के एचओडी को अवगत करवाना होगा।
एमडीयू के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. बीएस सिंधु की ओर से सभी कॉलेज के प्रिंसीपल और विभागों के एचओडी व डीडीई को लिखे गए पत्र में इसका हवाला दिया है। हरियाणा कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. दयानंद मलिक का कहना है कि एमडीयू की ओर से स्टूडेंट्स की जायज समस्याओं को देखते हुए अच्छा फैसला लिया गया है।
अपने एचओडी को बतानी होगी समस्या
नए आदेशों के तहत तय किया गया है कि स्टूडेंट्स को भविष्य में भी किसी तरह की समस्या ना आए और वे आसानी से बिना किसी चिंता के परीक्षा दे सके। इसके लिए उन्हें एक बार और मौका दिया जा रहा है कि वे अपनी जायज समस्या को अपने प्रिंसीपल व एचओडी को साझा करेंगे इसके बाद स्टूडेंट्स की समस्या को जांचने के बाद ही उचित फैसला लिया जाएगा कि ऑनलाइन या आनॅलाइन के विकल्प में बदलाव करना है या नहीं। इसके लिए संबंधित विभागाध्यक्ष और डायरेक्टर को इस विकल्प बदलाव के बाद उसी तरह के इंतजाम भी करने होंगे और विवि को भी इस बारे में सूचित करना होगा।
एमसीक्यू परीक्षा के लिए 6 एजेंसी ने दिया डैमो: वहीं एमडीयू में बहु विकल्पीय प्रश्नों के मामले में एजेंसियों का डैमो लिया जा रहा है। अब तक 6 कंपनियों ने डैमो दिया है। इनपर अब रेट को लेकर विचार-विमर्श चल रहा है। बुधवार को इस मामले में एजेंसियां पहुंची और उनकी ओर से विवि में डैमो दिया।