स्वास्थ्य निदेशालय में 5 लाख के कथित लेन-देन के वायरल ऑडियो में पूर्व स्पीकर डॉ. राजीव बिंदल को मिली क्लीन चिट।
बता दे यह वही मामले है जिसमें डॉ. बिंदल ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था। चूंकि, स्वास्थ्य विभाग के पूर्व निदेशक डॉ. अजय गुप्ता भी नाहन हलके के ही रहने वाले हैं, लिहाजा स्थानीय विधायक का नाम जुड़ गया था।
अब इस मामले में यह स्पष्ट हो गया है कि पूर्व स्पीकर डॉ. राजीव बिंदल ने स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन निदेशक डॉ. अजय गुप्ता के सेवा विस्तार को लेकर स्तुति नहींं की थी।
मीडियो रिपोर्टस में विजिलेंस का कहना है कि पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल या उनके किसी भी करीबी की संलिप्तता जांच में नहीं पाई गई है। इसको लेकर साक्ष्य नहीं मिले हैं। अलबत्ता जांच जारी है। बता दें कि चंद सप्ताह पहले ही स्टेट विजिलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने वायरल ऑडियो की फोरेंसिक जांच भी पूरी कर ली थी।
इसमें इस बात पर मुहर लगी थी कि तत्कालीन निदेशक व एजेंट पृथ्वी सिंह की बातचीत हुई थी।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में तत्कालीन निदेशक डॉ. अजय गुप्ता को 20 मई की रात गिरफ्तार किया गया था। यह भी जानकारी मिली है कि विजिलेंस ने लिखित तौर पर सरकार से यह भी पूछा था कि क्या तत्कालीन निदेशक के सेवा विस्तार को लेकर पूर्व स्पीकर द्वारा कोई अनुमोदन किया गया था। इसका जवाब विजिलेंस को न में मिला। विजिलेंस को जांच में यह कोई रिकॉर्ड नहीं मिला कि 30 जून को रिटायर हो रहे निदेशक ने सेवा विस्तार का कोई प्रयास किया था। दीगर है कि ऑडियो मामले में डॉ. राजीव बिंदल ने 26 मई को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी थी।
उधर, विधायक को क्लीन चिट मिलने के बाद नाहन विधानसभा क्षेत्र में भी खासी हलचल है। समर्थकों ने सत्यमेव जयते के शब्दों का इस्तेमाल करते हुए प्रसन्नता जाहिर की है। विधायक खुद लगभग दो माह से निर्वाचन क्षेत्र का लगातार टूर करने में लगे हुए हैं। कुल मिलाकर अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में राजनीति क्या करवट लेती है।