कोटखाई,जुब्बल, रोहडू ,ठयोग व चौपाल में आगजनी से निर्दोष बागवानों के हजारों सेब के पौधे तबाह हुए हैं। सरकार से मांग है कि पिडित परिवार को आग से हुए नुकसान की भरपाई के लिए उचित आर्थिकी सहायता दी जायें ताकि बागवानों इस नुकसान से कुछ रहात मिल सके।आज चंद स्वार्थी लोगों की वजह से हमारे बागवानों साथियों के सेब के बागीचे, मकान, अमूल्य वन सम्पदा, पशु-पक्षी व जानवर आग की भेंट चड रहे हैं। जिस का मूल कारण सरकार की लच्चर व्यवस्था है।
पर्यावरण संरक्षण समिति पिछले दस सालों से मांग कर रही है कि आग से बचने के लिए आग लगाने पर पुर्ण प्रतिबंध लगाया जाया लेकिन सरकार का कोई भी विभाग इस की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है और न ही सरकार इस मुद्दे को गम्भिरता से ले रही है।समिति चहाती हैं व सरकार से मांग करती है कि इस के लिए सरकार द्वारा एक कानून पास किया जाये कि “आग लगाने पर पूर्ण प्रतिबंध”लगाया जायें और आज कल हुई आगजनी पर जांच (investigation)हो कि किस वजह से आग लगी है या लगाई गई है। ये जांच का विषय हैं अगर इस पर कोई दोषी पाया जाता है। तो उसपर सरकार सख्त से सख्त व कार्यवाही करें। ताकि आने वाले समय में जनता आगजनी को अनजाम न दे।कृपया इस को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि ये अवाज सोई हुई सरकार व सम्बंधित विभाग तक पहुँच सकें।